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शारदीय नवरात्रि 2025: मां दुर्गा का स्वागत करने से जुड़े शुभ और अशुभ संकेत

Sharadiya Navratri 2025

शारदीय नवरात्रि 2025 की शुरुआत इस बार बड़े ही शुभ संयोग के साथ हो रही है. नवरात्रि के नौ दिनों तक मां दुर्गा और उनके नौ स्वरूपों की पूजा पूरे विधि-विधान से की जाती है. पहले दिन कलश स्थापना और मां दुर्गा का स्वागत सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन यदि मां का स्वागत सही तरीके से किया जाए तो घर में सुख-समृद्धि, धन और सौभाग्य का वास होता है, लेकिन अगर कुछ अशुभ संकेत नजर आएं तो सावधान हो जाना चाहिए.

शुभ संकेत
1. कलश स्थापना के समय शंख या घंटी की मधुर ध्वनि सुनाई देना – इसे अत्यंत शुभ माना जाता है.
2. पूजा के दौरान दीपक की लौ लगातार स्थिर और तेज जलना – देवी मां की कृपा का संकेत है.
3. अगर घर में अचानक कोई खुशखबरी या शुभ समाचार मिले – इसे मां दुर्गा की आशीर्वाद की निशानी माना जाता है.
4. भोग में इस्तेमाल किया गया फल या फूल ताजगी बनाए रखे – यह दर्शाता है कि पूजा सफल हुई है.
5. पूजा घर में सकारात्मक ऊर्जा और शांति का अनुभव होना – इसे मां के आशीर्वाद का प्रतीक समझा जाता है.

अशुभ संकेत
1. दीपक बार-बार बुझ जाना – इसे अशांति और बाधा का संकेत माना जाता है.
2. कलश के पास रखा नारियल अचानक फटना – शुभ कार्यों में रुकावट का संकेत.
3. पूजा के दौरान मन का अशांत या बार-बार ध्यान भटकना – मां की पूजा अधूरी मानी जाती है.
4. घर में झगड़ा या नकारात्मक माहौल बनना – इसे अशुभ फल का कारण माना जाता है.
5. फूल मुरझा जाना या भोग खराब होना – पूजा में कमी या बाधा का प्रतीक.

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