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Health Tips: Teenager लड़कियों में पाई जाने वाली 5 बीमारियां

Teenagers की 9 उलझन समझिए : समस्या और समाधान

Health Tips: Teen Age यानी किशोरावस्था (13 से 19 साल) एक ऐसा दौर होता है. जब लड़कियों का शरीर, मन और हार्मोन सभी बदलाव के दौर से गुजरते हैं. इस बदलाव की प्रक्रिया में अक्सर कई स्वास्थ्य समस्याएं जन्म लेती हैं, जिन्हें समय रहते न समझा जाए तो भविष्य में गंभीर रूप ले सकती हैं.

इस विषय पर दिल्ली के प्रतिष्ठित “नवजीवन चाइल्ड एंड टीनेज क्लिनिक” की वरिष्ठ बाल एवं किशोर रोग विशेषज्ञ डॉ. सविता मेहरा ने विशेष जानकारी साझा की है.

Health Tips: पीसीओडी / पीसीओएस (Polycystic Ovary Syndrome)

समस्या:
यह हार्मोनल असंतुलन की स्थिति है, जिसमें मासिक धर्म अनियमित हो जाता है, चेहरे पर बाल आने लगते हैं, वजन बढ़ता है और मुंहासे होते हैं.

दिल्ली के प्रतिष्ठित “नवजीवन चाइल्ड एंड टीनेज क्लिनिक” की वरिष्ठ बाल एवं किशोर रोग विशेषज्ञ डॉ. सविता मेहरा कहती हैं:

“आज की किशोर लड़कियों में यह बीमारी बहुत आम हो गई है, और इसका कारण मुख्यतः खराब खान-पान और तनाव है.”

समाधान:

  • नियमित व्यायाम
  • जंक फूड से परहेज
  • डॉक्टर की सलाह से हार्मोनल जांच और उपचार

Health Tips: एनीमिया (Iron Deficiency Anemia)

समस्या:
भारत में हर दूसरी किशोर लड़की आयरन की कमी से जूझ रही है. इसका कारण है मासिक धर्म के दौरान खून की हानि और पौष्टिक भोजन की कमी.

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लक्षण:

  • थकान
  • चक्कर आना
  • त्वचा पीली होना

सलाह:

“हर टीनएजर लड़की को आयरन युक्त भोजन (जैसे पालक, अनार, गुड़) और सप्ताह में एक बार आयरन सप्लीमेंट लेना चाहिए.”

Health Tips: थायरॉइड असंतुलन (Hypothyroidism)

समस्या:
Teen Age में थायरॉइड ग्लैंड का असंतुलन वजन बढ़ने, एकाग्रता में कमी और मासिक धर्म की अनियमितता ला सकता है.

दिल्ली के प्रतिष्ठित “नवजीवन चाइल्ड एंड टीनेज क्लिनिक” की वरिष्ठ बाल एवं किशोर रोग विशेषज्ञ डॉ. सविता मेहरा की सलाह, “अगर किशोरी में सुस्ती, अचानक वजन बढ़ना या बाल झड़ना दिखे, तो थायरॉइड जांच अवश्य कराएं.”

समाधान:

  • नियमित थायरॉइड जांच
  • डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवा लेना
  • सोने-जागने का नियमित रूटीन

Health Tips: त्वचा की समस्याएं (Acne/Pimples)

समस्या:
टीनएज लड़कियों में मुंहासे बहुत आम हैं, जो हार्मोनल बदलाव और ऑयली स्किन के कारण होते हैं.

सलाह:

“चेहरे को दिन में दो बार हल्के फेसवॉश से धोना चाहिए और अधिक कॉस्मेटिक उत्पादों से बचना चाहिए.”

समाधान:

  • संतुलित आहार (तला-भुना कम करें)
  • खूब पानी पीना
  • डर्मेटोलॉजिस्ट की सलाह लेना

Health Tips: मेंटल हेल्थ की समस्याएँ (Anxiety, Depression)

समस्या:
टीनएज लड़कियां अक्सर पढ़ाई, सोशल मीडिया, रिश्तों और आत्म-छवि को लेकर तनाव में रहती हैं, जिससे डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसे मानसिक विकार हो सकते हैं.

दिल्ली के प्रतिष्ठित “नवजीवन चाइल्ड एंड टीनेज क्लिनिक” की वरिष्ठ बाल एवं किशोर रोग विशेषज्ञ डॉ. सविता मेहरा की सलाह, “किशोरावस्था में मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना उतना ही जरूरी है जितना शारीरिक स्वास्थ्य का.”

समाधान:

  • खुलकर बात करने का माहौल
  • स्कूल/कॉलेज में काउंसलिंग सुविधा
  • योग और मेडिटेशन

टीनएज लड़कियों को सिर्फ स्कूली शिक्षा नहीं, स्वास्थ्य शिक्षा भी उतनी ही जरूरी है.

दिल्ली के प्रतिष्ठित “नवजीवन चाइल्ड एंड टीनेज क्लिनिक” की वरिष्ठ बाल एवं किशोर रोग विशेषज्ञ डॉ. सविता मेहरा की सलाह, “अगर किशोरियाँ आज खुद का ध्यान रखना सीख लें, तो वे कल स्वस्थ, आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी महिलाएँ बन सकती हैं.”

संस्थान जानकारी:
नवजीवन चाइल्ड एंड टीनेज क्लिनिक, दिल्ली
– किशोर बालिकाओं की शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिए समर्पित विशेषज्ञ केंद्र.

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