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रात को पसीना आना केवल गर्मी नहीं, बल्कि इन बीमारियों की तरफ करता है इशारा

Sweating at night

गर्मियों में पसीना आना सामान्य बात है, लेकिन अगर आपको बार-बार सोते समय जरूरत से ज्यादा पसीना आता है, तो इसे हल्के में लेना आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. इसे मेडिकल भाषा में नाइट स्वेटिंग (Night Sweating) कहा जाता है. डॉक्टरों का मानना है कि नींद में अधिक पसीना आना केवल तापमान या मौसम की वजह से नहीं होता, बल्कि कई गंभीर बीमारियों का संकेत भी हो सकता है.

रात को पसीना आने के संभावित कारण

1. हार्मोनल असंतुलन- थायरॉयड और हॉर्मोनल बदलाव (खासतौर पर महिलाओं में मेनोपॉज़ के दौरान) रात में अत्यधिक पसीने का कारण बनते हैं.
2. डायबिटीज (Diabetes)- शुगर लेवल अचानक कम होने पर शरीर पसीने के जरिए संकेत देता है.
3. हार्ट और ब्लड प्रेशर की समस्या-दिल से जुड़ी परेशानी और बीपी असंतुलन के कारण भी नाइट स्वेटिंग हो सकती है.
4. कैंसर का शुरुआती संकेत- कुछ प्रकार के कैंसर, जैसे लिंफोमा (Lymphoma), रात को ज्यादा पसीने का कारण बन सकते हैं.
5. दवाइयों का असर- एंटीबायोटिक्स, शुगर और डिप्रेशन की कुछ दवाइयों के साइड इफेक्ट से पसीना आना बढ़ सकता है.

कब लें डॉक्टर की सलाह?
रोजाना पसीना आना और नींद खराब होना, पसीने के साथ वजन कम होना. कमजोरी, चक्कर या बुखार रहना. दिल की धड़कन तेज होना या सांस फूलना.

बचाव के तरीके
सोने से पहले हल्का और संतुलित भोजन करें, कमरे में उचित वेंटिलेशन रखें. शराब, कैफीन और मसालेदार चीजों से बचें. अगर समस्या लगातार बनी रहे तो डॉक्टर से जांच कराएं.

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