क्या आपको भी अक्सर ऐसा लगता है कि कानों में सीटी जैसी आवाज आ रही है, जबकि आस-पास बिल्कुल शांति है? अगर हां, तो यह कोई सामान्य स्थिति नहीं है, बल्कि इसे टिनिटस (Tinnitus) कहा जाता है. यह समस्या हर उम्र के लोगों में देखी जाती है, लेकिन ज्यादातर इसका असर बढ़ती उम्र के साथ दिखाई देता है. आइए जानते हैं इसके कारण, लक्षण और बचाव के तरीके.
टिनिटस क्या है?
टिनिटस वह स्थिति है जिसमें व्यक्ति को अपने कान में सीटी, घंटी, भनभनाहट, या किसी अजीब आवाज़ का अहसास होता है। ये आवाजें बाहरी नहीं होतीं, बल्कि अंदर से महसूस होती हैं.
कान में सीटी बजने के कारण
1. ज्यादा शोर का असर – लंबे समय तक तेज़ आवाज़ (लाउड म्यूज़िक, मशीनों का शोर, पटाखे आदि) सुनने से कान की नसें कमजोर हो सकती हैं.
2. कान में मैल जमना – अगर कान में वैक्स ज्यादा जम जाए तो यह सुनने की क्षमता पर असर डालता है और सीटी जैसी आवाज़ सुनाई दे सकती है.
3. ब्लड प्रेशर और हार्ट की समस्या – हाई बीपी या दिल से जुड़ी दिक्कतों में कानों में आवाज़ गूंज सकती है,
4. नसों की कमजोरी – बढ़ती उम्र के साथ सुनने की नसें कमजोर होती हैं, जिससे यह समस्या बढ़ सकती है.
4. दवाइयों के साइड इफेक्ट्स – कुछ ऐंटीबायोटिक्स, पेनकिलर और हाई डोज़ की दवाएं भी कान में आवाज पैदा कर सकती हैं.
5. अन्य बीमारियां – कान का इंफेक्शन, थायरॉयड की समस्या या न्यूरोलॉजिकल रोग भी इसका कारण हो सकते हैं.
कब हो सकती है चिंता की बात?
अगर कानों में लगातार आवाज आ रही हो, नींद पर असर डाल रही हो, सुनाई देने की क्षमता कम हो रही हो, या चक्कर आ रहे हों – तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है.
बचाव और घरेलू उपाय
कानों को तेज आवाज़ से बचाकर रखें, कान की सफाई समय-समय पर करवाएं, लेकिन खुद से न करें. तनाव और चिंता को कम करने के लिए योग व मेडिटेशन करें. हाई बीपी और शुगर जैसी बीमारियों को कंट्रोल में रखें, जरूरत पड़ने पर ईएनटी (ENT) विशेषज्ञ से चेकअप कराएं.
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