Cricket Info: क्रिकेट को भले ही Gentleman game कहा जाता हो, लेकिन इसमें भी कुछ ऐसे नियम हैं जो समय-समय पर विवादों का कारण बनते रहे हैं. ऐसा ही एक नियम है — Mankading. ये वो तरीका है जिससे कोई बल्लेबाज़ नियमों के तहत आउट तो होता है, लेकिन फिर भी स्टेडियम से लेकर सोशल मीडिया तक, चारों ओर हंगामा मच जाता है. क्यों? आइए जानते हैं.
Mankading आखिर होता क्या है?
क्रिकेट में अगर कोई गेंदबाज़ गेंद फेंकने से ठीक पहले देखता है कि Non-striker पर खड़ा बल्लेबाज़ crease से बाहर निकल चुका है, तो वो उसे रनआउट कर सकता है — बिना गेंद फेंके. ये एकदम नियमों के मुताबिक है — लेकिन फिर भी अक्सर इसे लेकर लोगों की भावनाएं भड़क उठती हैं.
“मांकड़िंग” शब्द कहां से आया?
इस शब्द की शुरुआत होती है 1947 में, जब भारत के महान गेंदबाज़ विनू मांकड़ ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक टेस्ट मैच के दौरान बिल ब्राउन नाम के बल्लेबाज़ को ठीक इसी तरह आउट किया था. बिल ब्राउन क्रीज़ से बाहर थे, और मांकड़ ने उन्हें पहले भी चेतावनी दी थी. जब वे दोबारा क्रीज़ से बाहर निकले, तो मांकड़ ने स्टंप्स गिरा दिए और उन्हें आउट कर दिया.
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने इसे Unfair Play कहा, लेकिन खुद डॉन ब्रैडमैन (तब के ऑस्ट्रेलियाई कप्तान और महान बल्लेबाज़) ने मांकड़ का समर्थन किया. ब्रैडमैन ने अपनी किताब Farewell to Cricket में साफ-साफ लिखा है कि विनू मांकड़ ने जो किया उसमें कुछ भी गलत नहीं था.उनका मानना था कि जब कोई Non-striker क्रीज़ से बहुत जल्दी बाहर निकलकर फायदा उठाने की कोशिश करता है, तो उसे रन आउट करना बिल्कुल जायज़ है. बस, यहीं से इस तरह के आउट को “मांकड़िंग” कहा जाने लगा — विनू मांकड़ के नाम पर.
विवादों का लंबा इतिहास:-
अब भले ही मांकड़िंग के द्वारा किसी बल्लेबाज़ को आउट करना नियमों के अनुसार बिलकुल सही है, लेकिन हर बार इस पर बहस छिड़ जाती है कि – खिलाड़ी को नियम से ज़्यादा खेल की भावना (spirit of the game) के तहत खेलना चाहिए?
IPL 2019 में इस विवाद ने फिर हवा पकड़ी.
अश्विन vs बटलर (IPL 2019)
राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज़ जोस बटलर अच्छी बल्लेबाज़ी कर रहे थे, तभी पंजाब के कप्तान रविचंद्रन अश्विन ने गेंद फेंकने से पहले ही उन्हें मांकड़िंग से आउट कर दिया. बटलर क्रीज़ से बाहर थे, लेकिन उन्हें कोई चेतावनी नहीं मिली. आउट दिया गया — और फिर शुरू हो गया क्रिकेट जगत में तूफान.
कुछ खिलाड़ियों ने कहा, “अश्विन ने सही किया, नियम यही है”, तो वहीं कई पूर्व क्रिकेटर्स ने इसे ‘Spirit of the Game’ के खिलाफ बताया.
दीप्ति शर्मा vs चार्ली डीन (2022, Women’s ODI):–
यह घटना भी काफ़ी चर्चित रही. इंग्लैंड की टीम हार की कगार पर थी, लेकिन आखिरी विकेट डटा हुआ था. भारतीय गेंदबाज़ दीप्ति शर्मा ने देखा कि इंग्लैंड की बल्लेबाज़ चार्ली डीन बार-बार जल्दी क्रीज़ छोड़ रही हैं. दीप्ति ने गेंद फेंकने से पहले ही स्टंप्स उड़ा दिए और डीन आउट हो गईं.
अब ICC का क्या कहना है?
अब मांकड़िंग को लेकर नियमों में भी बड़ा बदलाव किया जा चुका है. 1 अक्टूबर 2022 से ICC ने इसे पूरी तरह से Legal Run-out की category में शामिल कर लिया है. पहले इसे Unfair Play की category में रखा जाता था.
अब नियम क्या कहते हैं?
अगर कोई Non–striker बल्लेबाज़ बॉल रिलीज होने से पहले ही क्रीज़ छोड़ देता है, तो गेंदबाज़ उसे रन आउट कर सकता है. पहले इसे Law 41(Unfair Play) में रखा गया था लेकिन अब Mankading Law 38(Run-out) की category में शामिल कर लिया गया है.
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