भागलपुर की राजनीति इन दिनों गर्माई हुई है. जिले के मौजूदा सांसद अजय कुमार मंडल ने गोपालपुर विधानसभा के विधायक नीरज कुमार नीरेश उर्फ़ गोपाल मंडल पर गंभीर आरोप लगाते हुए घोड़ा थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई है. यह शिकायत 13 अगस्त 2025 को दी गई, जिसमें सांसद ने अपने खिलाफ लगाए गए कथित झूठे और अपमानजनक बयानों पर कड़ी आपत्ति जताई है.
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शिकायत में अजय कुमार मंडल ने आरोप लगाया है कि 10 और 12 अगस्त 2025 को विधायक गोपाल मंडल ने सार्वजनिक मंचों और मीडिया के सामने उनके चरित्र पर सवाल उठाए और यह दावा किया कि सांसद का संबंध एक महिला से है, जो वर्तमान में प्रखंड महिला प्रकोष्ठ की नेत्री हैं. सांसद का कहना है कि यह आरोप पूरी तरह निराधार और असत्य हैं, जिनका उद्देश्य उनकी छवि को धूमिल करना है.
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सांसद ने अपने पत्र में लिखा है कि बिना किसी ठोस सबूत के इस तरह के बयान न केवल उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाते हैं, बल्कि उन्हें मानसिक, सामाजिक और पारिवारिक रूप से भी नुकसान पहुंचाते हैं. उन्होंने कहा कि इन आरोपों से समाज, रिश्तेदारों और परिवार के बीच उनकी साख को आघात पहुंचा है, जिससे उनका मान-सम्मान प्रभावित हुआ है.
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अजय मंडल ने यह भी आरोप लगाया कि विधायक गोपाल मंडल पहले भी कई बार उनके खिलाफ गंभीर और निराधार आरोप लगा चुके हैं. उनके अनुसार, यह एक सुनियोजित रणनीति है जिसके तहत उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने और उन्हें विवादों में उलझाने की कोशिश की जा रही है. शिकायत पत्र में सांसद ने यह भी उल्लेख किया कि विधायक गोपाल मंडल स्वयं कई गंभीर आपराधिक मामलों में आरोपित हैं और विभिन्न थानों में उनके खिलाफ मामले लंबित हैं. सांसद के मुताबिक, विधायक अपने ऊपर लगे आरोपों से ध्यान हटाने के लिए दूसरों पर झूठे आरोप लगाकर खुद को बचाने की कोशिश करते हैं.
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सांसद ने पुलिस प्रशासन से इस मामले की निष्पक्ष जांच करने और भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई की मांग की है. इसके अलावा, उन्होंने अपनी प्रतिष्ठा और जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है.
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इस शिकायत के बाद जिले के राजनीतिक माहौल में हलचल मच गई है. समर्थकों का मानना है कि यह मामला राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता का हिस्सा है और आने वाले दिनों में इसका असर जिले की राजनीति पर साफ़ तौर पर दिखाई देगा. दूसरी ओर, विरोधी खेमे का कहना है कि राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप आम बात है, लेकिन इस बार मामला व्यक्तिगत गरिमा से जुड़ा होने के कारण गंभीर हो गया है.
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भागलपुर के सियासी गलियारों में यह विवाद चर्चा का विषय बन गया है. दोनों नेता अपनी बेबाकी और तीखे बयानों के लिए जाने जाते हैं, ऐसे में इस टकराव के और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. अब देखना होगा कि पुलिस की जांच के बाद क्या निष्कर्ष सामने आता है और यह विवाद किस मोड़ पर जाकर ठहरता है.
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