गयाजी में शुक्रवार को पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा की दिग्गज नेता दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज ने विष्णुपद मंदिर में मां का पिंडदान किया. करीब डेढ़ घंटे तक चली वैदिक विधि में बांसुरी पूरे भावुक मन से शामिल रहीं. वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पंडा वैद्यनाथ दाढ़ीवाले ने उन्हें फल्गु, विष्णुपद और अक्षयवट पिंड वेदी पर पिंड अर्पित कराया.
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पूजन के बाद बांसुरी स्वराज ने कहा कि वे यहां धार्मिक कार्य से आई हैं और राजनीति पर कोई बात नहीं करेंगी. इस दौरान वे स्काई ब्लू साड़ी और कंधे पर गमछा ओढ़े नजर आईं. परिवार की सदस्य ऋतु और कुछ करीबी लोग भी मौजूद थे.
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हालांकि, बांसुरी ने राजनीति से दूरी की बात कही, लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज है. सुषमा स्वराज का बिहार से गहरा जुड़ाव रहा है और अब उनकी बेटी उन्हीं कदमों पर आगे बढ़ सकती हैं.
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13 सितंबर को बोधगया में होने वाले भाजपा युवा मोर्चा के बड़े कार्यक्रम “युवा शंखनाद” में बांसुरी स्वराज मुख्य वक्ता होंगी. उनके साथ जमुई की विधायक श्रेयसी सिंह भी मंच पर रहेंगी. भाजपा का दावा है कि इस कार्यक्रम में तीन हजार से ज्यादा युवा शामिल होंगे.
धार्मिक नगरी गया से मिला संदेश साफ है—बांसुरी ने एक ओर मां के लिए पिंडदान कर भावनात्मक जिम्मेदारी निभाई, वहीं दूसरी ओर बिहार की राजनीति में