बेतिया: पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में पुलिस ने एक ऐसी मिसाल पेश की है, जिसने पूरे बिहार में भरोसे का नया आयाम स्थापित किया. सोमवार सुबह व्यासपुर स्थित एक निजी विद्यालय से नर्सरी के छात्र छह वर्षीय आर्यन का अपहरण कर लिया गया. घटना की जानकारी मिलते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया.
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जैसे ही मामला सामने आया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) डॉ. शौर्य सुमन ने तुरंत मोर्चा संभाला. उन्होंने आपात बैठक बुलाकर विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया और पहला निर्देश दिया – “बच्चे की सुरक्षा सर्वोपरि है.” इसके बाद पुलिस ने तकनीकी और मानवीय दोनों स्तरों पर जांच शुरू की.
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चश्मदीदों से पूछताछ और कॉल डिटेल की जांच के दौरान खुलासा हुआ कि आरोपी पीले रंग की टी-शर्ट पहने था और बच्चे को स्कूल गेट से बहला-फुसलाकर ले गया था. मोबाइल लोकेशन की मदद से पता चला कि आरोपी अवध-असम एक्सप्रेस से गोरखपुर की ओर भाग रहा है.
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बेतिया पुलिस ने तुरंत गोरखपुर पुलिस, रेल जीआरपी और वरिष्ठ रेल अधिकारियों को अलर्ट किया. आरोपी की तस्वीर और बच्चे की फोटो साझा की गई. तेज़ समन्वय का नतीजा यह हुआ कि गोरखपुर जीआरपी ने ट्रेन से ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और मासूम आर्यन को सकुशल बरामद कर लिया.
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पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने न सिर्फ एक परिवार को राहत दी बल्कि पूरे बिहार में कानून-व्यवस्था पर जनता का विश्वास भी मजबूत किया. SSP डॉ. शौर्य सुमन ने कहा कि इस सफलता का श्रेय पूरी टीम को जाता है, जिसने बच्चे की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी और महज छह घंटे में केस सुलझा लिया.
रिपोर्ट: अजय कुमार शर्मा, बेतिया.