Advertisement

Politics : संसद में बेटी पर भड़के लोग! मंत्री ने मंच से ही कह दिया- ‘नहीं चाहिए आपका वोट!

दरभंगा: कुशेश्वरस्थान प्रखंड के सत्तीघाट हाईस्कूल में शुक्रवार को हुए जनसंवाद कार्यक्रम में अचानक अफरातफरी का माहौल बन गया. कार्यक्रम में शामिल सांसद शांभवी चौधरी पर लोगों ने भारी विरोध जताया. जैसे ही वे मंच पर गईं, प्रदर्शनकारियों ने ‘शांभवी वापस जाओ’ और ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ जैसे नारे लगाए. कुछ लोग तख्तियां लेकर सीधे मंच की ओर बढ़े.

Jamui : पुलिस वर्दी या पावर का नशा? जमुई में थप्पड़ कांड!

शांभवी चौधरी मंच से लोगों को शांत करने की कोशिश करती रहीं, लेकिन जनता की नाराजगी कम नहीं हुई. इस पर उनके पिता और ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री डॉ. अशोक कुमार चौधरी भड़क उठे. उन्होंने मंच से ही स्पष्ट शब्दों में कहा, “मुझे आपका वोट नहीं चाहिए.” मंत्री ने एसडीपीओ को आदेश दिया कि विरोध कर रहे लोगों की फोटो लें और सरकारी कार्यक्रम में बाधा डालने पर कड़ी कार्रवाई की जाए.

Munger : एक बच्ची का पहला रोना… माँ के आखिरी साँस से जुड़ा… क्या यही है हेल्थकेयर?

प्रदर्शन का कारण सत्तीघाट-राजघाट सड़क की जर्जर और खस्ताहाल स्थिति थी. बरसात में यह सड़क और भी खतरनाक हो जाती है. स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि वर्षों से प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से शिकायत करने के बावजूद सड़क का निर्माण नहीं हुआ. प्रदर्शनकारी यह जताना चाहते थे कि सांसद क्षेत्र में बैठकर वोट मांगें, लेकिन जनता की रोजमर्रा की समस्याओं का कोई समाधान नहीं कर रही.

Rohtas : गोलियों की गूंज, पुलिस की जीत – अपहृत शिक्षक सुरक्षित!

कार्यक्रम के दौरान अफरातफरी के बावजूद अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की. मंत्री ने मंच से कहा कि सड़क निर्माण पथ निर्माण विभाग के अधीन है और विभागीय अड़चनों के कारण काम रुका हुआ है. उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही सड़क का निर्माण कराया जाएगा.

Patna : इस बहू ने साबित कर दिया… बेटी से कम नहीं बहू!

समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र में दरभंगा जिले के हायाघाट और कुशेश्वरस्थान विधानसभा क्षेत्र आते हैं. शांभवी चौधरी इस क्षेत्र से सांसद हैं और उनके पिता अशोक चौधरी मंत्री हैं. मंत्री ने अपनी बेटी के निर्वाचन क्षेत्र में सरकारी कार्यक्रम आयोजित किया था, जो अब विवादित बन गया.

Politics : जुमलों की कंपनी लिमिटेड – CEO मोदी, MD शाह, कांग्रेस का तंज!

स्थानीय लोग कहते हैं कि चुनाव के समय नेताओं के बड़े-बड़े वादों के बावजूद सड़क की दुर्दशा बनी रहती है. सत्तीघाट-राजघाट सड़क की स्थिति को लेकर पहले भी प्रदर्शन हो चुका है और सड़क जाम करने की घटनाएं हुई हैं.

Gaya : किन्नरों ने दरोगा को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा!

एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी ने कहा कि विरोध करने वाले अधिकांश लोग छात्र थे. उन्हें आने-जाने में कठिनाई होती थी, इसलिए उन्होंने विरोध किया. ये छात्र किसी राजनीतिक दल से जुड़े नहीं थे. समझाने-बुझाने के बाद स्थिति शांत हुई.

Ara : परदेस से बेटियाँ-बेटे दौड़े… लेकिन अपने ही घर की सरकार गायब!

यह घटना राजनीतिक हलकों और सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है. सांसद पर जनता का प्रत्यक्ष विरोध, मंत्री का गुस्सा और मंच से कड़े शब्दों में वोट की धमकी – यह सब मिलकर इसे एक विवादित और सनसनीखेज मामला बना देते हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *