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Jamui : समाहरणालय बना अस्थायी स्टेशन – कागजात के लिए फर्श पर सोते ग्रामीण!

जमुई: जिले का समाहरणालय परिसर इन दिनों किसी अस्थायी रेलवे स्टेशन से कम नहीं दिख रहा है. फर्श पर सोए और बैठे ग्रामीणों की भीड़ यह साफ बता रही है कि सरकारी व्यवस्था कितनी बदहाल है. दरअसल, जमीन सर्वे के बाद बड़ी संख्या में लोग अपने जमीन से जुड़े कागजात लेने अभिलेखागार सह नकलखाना शाखा पहुंच रहे हैं.

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लेकिन कर्मचारियों की कमी के कारण ग्रामीणों को दिन-रात परेशान होना पड़ रहा है. नकलखाना में फिलहाल केवल एक कर्मचारी अनिल कुमार मंडल कार्यरत हैं. उन्होंने बताया कि अन्य कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इस कारण सारा कार्यभार अकेले उनके कंधों पर आ गया है. साथ ही अभिलेख कैथी जैसी पुरानी भाषा में होने से काम और भी जटिल हो गया है.

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स्थिति यह है कि दर्जनों लोग परिसर में फर्श पर ही सोए-बैठे नजर आते हैं. सदर प्रखंड के नीमनवदा गांव के बुद्धो यादव ने बताया कि वह पिछले 4-5 दिनों से जमीन की नकल लेने आ रहे हैं, लेकिन अब तक कागज नहीं मिला. मजबूरी में उन्हें परिसर में ही रात गुजारनी पड़ रही है. वहीं अलीगंज प्रखंड के बाछा गांव के प्रेम ठाकुर ने कहा कि वह 5 दिनों से लगातार विभाग का चक्कर काट रहे हैं. जमीन विवाद के कारण उन्हें तुरंत कागजात की जरूरत है, लेकिन भीड़ और अव्यवस्था से काम नहीं हो पा रहा. उन्होंने आरोप लगाया कि कभी-कभी गलत नाम से कागजात की एंट्री भी मिल रही है, जिससे विवाद और गहरा सकता है.

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इस पूरे मामले पर जिलाधिकारी नवीन ने माना कि समस्या गंभीर है. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की कमी को दूर करने और व्यवस्था को सुचारू करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं ताकि आमजन को जल्द राहत मिल सके.

रिपोर्ट: विवेक कुमार, जमुई.