जमुई: जमुई सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी ने मरीजों और उनके परिजनों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. बीते पांच दिनों में कम से कम तीन मरीजों को स्ट्रेचर न मिलने के कारण उनके परिजन गोद में उठाकर अस्पताल के भीतर ले गए. यह तस्वीर न केवल अस्पताल की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़े करती है.
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स्थानीय लोगों का कहना है कि अस्पताल में स्ट्रेचर की संख्या बेहद कम है, जबकि मरीजों की तादाद लगातार बढ़ रही है. प्रशासन का कहना है कि स्ट्रेचर उपलब्ध हैं, लेकिन परिवार स्वयं उनका इस्तेमाल नहीं कर रहे. परिजन इसे सही नहीं मानते और आरोप लगाते हैं कि अस्पताल में सुविधा का आभाव ही मरीजों के लिए जोखिम पैदा कर रहा है.
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इस मामले ने स्वास्थ्य विभाग और सरकार की नीतियों पर भी कटाक्ष कर दिया है. विशेषज्ञों और स्थानीय नागरिकों का कहना है कि सरकारी अस्पतालों में बुनियादी सुविधाओं की कमी लगातार सामने आ रही है और मरीजों की जान जोखिम में पड़ रही है. पांच दिनों में तीन मरीजों को स्ट्रेचर न मिलने के कारण गोद में उठाना पड़ना, सीधे-सीधे सरकारी व्यवस्था की विफलता की गवाही है.
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परिजन लगातार प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि अस्पताल में स्ट्रेचर की संख्या बढ़ाई जाए और मरीजों के लिए सुविधाओं का बेहतर प्रबंध किया जाए. स्थानीय लोग उम्मीद जताते हैं कि सरकार इस लापरवाही को गंभीरता से ले और जल्द सुधार के लिए कदम उठाए.
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यह घटना न केवल जमुई जिले में बल्कि पूरे राज्य के सरकारी स्वास्थ्य तंत्र की कमजोरियों को सामने ला रही है और आम जनता की नाराजगी बढ़ा रही है.
रिपोर्ट: विवेक कुमार, जमुई.
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