आरा: भोजपुर की ऐतिहासिक धरती ने एक बार फिर अपनी कला-परंपरा का मान बढ़ाया है. पटना के होटल मौर्या के अशोक हॉल में आयोजित बिहार कला पुरस्कार 2025 समारोह में आरा निवासी प्रख्यात चित्रकार कौशलेश कुमार को “समकालीन युवा कलाकार सम्मान – राधा मोहन समकालीन कला नवोदित पुरस्कार” से अलंकृत किया गया. यह सम्मान राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने प्रदान किया, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री मोतीलाल प्रसाद ने की.
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समारोह में विभागीय सचिव प्रणव कुमार (भा.प्र.से.), निदेशक रूबी, पद्मश्री श्याम शर्मा, वरिष्ठ चित्रकारों व साहित्यकारों सहित कला-जगत की कई नामचीन हस्तियां मौजूद रहीं.
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26 जनवरी 1985 को आरा के अनाईठ मोहल्ले में जन्मे कौशलेश ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU), वाराणसी से बीएफए और लखनऊ विश्वविद्यालय से एमएफए की उपाधि प्राप्त की है. वर्तमान में वे केंद्रीय विद्यालय संगठन के अंतर्गत केवी आईओसी, नूनमाटी (गुवाहाटी) में कला शिक्षक हैं.
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उन्होंने विद्यार्थियों के साथ सैंड आर्ट, विराट रंगोली, सांस्कृतिक फैशन शो और वर्मीकम्पोस्ट जैसी अनूठी परियोजनाओं के माध्यम से कला को समाज और शिक्षा से जोड़ने का कार्य किया. कौशलेश की चर्चित श्रृंखला “हार्ट टू हार्डवेयर” आधुनिक जीवन और मानवीय संवेदनाओं को दर्शाती है. पर्यावरण संरक्षण, राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक विविधता उनके कला संदेशों के मूल विषय हैं.
इस वर्ष कुल 52 कलाकारों को बिहार कला पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जिनमें सुप्रसिद्ध गायक भरत शर्मा व्यास और गायिका कल्पना पटवारी को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड प्राप्त हुआ. भोजपुर के जिलाधिकारी तनय सुल्तानिया और कला पदाधिकारी अनुप्रिया ने इस उपलब्धि को पूरे बिहार की सांस्कृतिक विरासत का उत्सव बताया. कौशलेश की इस उपलब्धि से भोजपुर और बिहार की कला-परंपरा को नई पहचान मिली है.
