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Madhubani Assembly: किस दल से किसको टिकट, जीतेगा कौन?

राज्य के मुखिया पद पर बैठकर अपनी स्याही से सूबे की किस्मत कौन लिखेगा यह तो भविष्य के गर्भ में है. लेकिन हर विधानसभा की सियासी ग्राउंड बता रहे हैं राजा बाबू.

मधुबनी विधानसभा सीट (मिथिला)
जिला :- मधुबनी
लोकसभा सीट :- मधुबनी
सांसद :- अशोक कुमार यादव (बीजेपी)
विधायक :- समीर कुमार महासेठ (राजद)
मेयर :- अरुण राय (बीजेपी)

Harnaut Assembly: किस दल से टिकट किसको, ग्राउंड पर मजबूत कौन?

संभावित उम्मीदवार :-
MGB :- समीर कुमार महासेठ (वर्तमान विधायक ,पूर्व मंत्री)

NDA :- प्रशांत कुमार (मेयर के बेटे) , किरण झा , अमरनाथ प्रसाद (पूर्व उम्मीदवार बाबूबरही) – सभी बीजेपी से , अरविंद पूर्वे – 2020 विधानसभा प्रत्याशी(लोजपा(R))

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JSP :- असलम अंसारी (पूर्व सांसद सफीकुल्लाह अंसारी के बेटे ,पूर्व मेयर उम्मीदवार

) , अनुजा झा , अनिल मिश्रा

अन्य :- राशिद खलील (AIMIM)

जातीय/धार्मिक समीकरण :- (संभावित)
यादव :: 11-13%
मुस्लिम :: 22.6%
SC :: 13.16%
ब्राह्मण :: 20-22%

नगर निगम :- मधुबनी
ग्राम पंचायत :- बसुआरा, बछी, सोनापुर,बलिया, भट्ठी, मकसौदा ,खजूरी
ब्लॉक :- मधुबनी ,पंडौल

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2020 विधानसभा चुनाव में RJD के समीर कुमार महासेठ ने लगातार दूसरी बार इस सीट पर जीत दर्ज की। उन्होंने VIP(NDA) के प्रत्याशी सुमन कुमार महासेठ को 6,814 वोटों से हराया। LJP के अरविंद पूर्वे लगभग 16 हजार वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे। वही BJP के बागी और निर्दलीय उम्मीदवार 4 बार के विधायक रहे रामदेव महतो 8 हजार से अधिक वोट लेकर आए।

लोकसभा चुनाव 2024 में BJP के अशोक यादव को 34,000 वोटों की बड़ी बढ़त मिली थी। अशोक यादव को 1 लाख से ज्यादा वोट मिले थे वहीं MGB उम्मीदवार अली अशरफ फातमी को 70 हजार वोट मिले।

1) RJD के दूसरी बार के विधायक समीर महासेठ नीतीश कुमार की 17 महीने वाली सरकार में उद्योग मंत्री रहे हैं।
वैश्य समाज से आते है। मिथिला में राजद के चेहरे हैं।

2) समीर महासेठ के पिता राजकुमार महासेठ भी तीन बार के विधायक रहे है।

3) VIP उम्मीदवार रहे पूर्व MLC सुमन महासेठ विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी में वापस आए लेकिन फिर लोकसभा चुनाव में VIP से झंझारपुर से उम्मीदवार बन कर चुनाव लड़े। चर्चा है गृह सीट बाबूबरही से MGB के उम्मीदवार हो सकते हैं।

4) BJP के लिए पहली बार सीट पर कमल खिलाने वाले और लगातार 4 चुनाव जीत दर्ज करने वाले रामदेव महतो वापस बीजेपी में वापसी कर गए है लेकिन पार्टी उम्मीदवार बनाएगी ऐसी उम्मीद कम हैं।

5) वैश्य , मल्लाह और कुर्मी समाज का वोट सीट पर निर्णायक हैं।

6) 2015 ,2020 दोनों विधानसभा चुनाव में जीत का अंतर 8 हजार से कम रहा। 2020 में 6,814 एवं 2015 में 7300 वोटों से जीत हार हुआ।

7) JSP के उम्मीदवार निर्णायक होंगे।असलम अंसारी उम्मीदवार होंगे फिर MGB को सीधी नुकसान होगी। असलम अंसारी की अपनी पकड़ भी सीट पर दिखती हैं।