पटना: बिहार की सियासत में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है. पूर्वी चंपारण जिले के गोविंदगंज विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक रहीं दिग्गज महिला नेत्री मीना द्विवेदी ने जेडीयू का दामन छोड़कर प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी थाम ली है. बुधवार को पटना में उन्होंने अपने सैकड़ों समर्थकों, जेडीयू के कई जिला और प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के साथ जन सुराज में शामिल होकर पार्टी को समर्थन दिया.
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जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने मीना द्विवेदी को पीला गमछा ओढ़ाकर पार्टी की सदस्यता दिलाई और उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. इस मौके पर उनके साथ आए नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई गई.
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हाल ही में मीना द्विवेदी ने जेडीयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया था. बताया जा रहा है कि पार्टी में लगातार उपेक्षा और अपने समर्थकों की अनदेखी से नाराज होकर उन्होंने यह कदम उठाया. जन सुराज में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि वह बिहार में नई राजनीति और बदलाव की लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए प्रशांत किशोर के साथ खड़ी हैं.
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मीना द्विवेदी का राजनीतिक परिवार से गहरा नाता है. साल 1995 में उनके देवर देवेंद्र नाथ दुबे समता पार्टी से विधायक बने थे, जबकि 1998 के उपचुनाव में उनके पति भूपेंद्र नाथ दुबे गोविंदगंज से विधायक बने. इसके बाद 2005 (फरवरी व नवंबर) और 2010 में हुए विधानसभा चुनावों में मीना द्विवेदी खुद जेडीयू से विधायक चुनी गईं.
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उनके जन सुराज में शामिल होने को प्रशांत किशोर की रणनीति के लिए बड़ी सफलता माना जा रहा है. इससे न सिर्फ पूर्वी चंपारण बल्कि आसपास के इलाकों में भी जन सुराज को संगठनात्मक मजबूती मिलने की संभावना जताई जा रही है.