मोतिहारी के रक्सौल बॉर्डर पर इमिग्रेशन विभाग ने एक नाइजीरियाई नागरिक को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी पासपोर्ट के सहारे भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था. गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान उचे जोसेफ ओकइ के रूप में हुई है.
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जानकारी के अनुसार, उचे जोसेफ वर्ष 2012 में मेडिकल वीजा पर मुंबई आया था. उसे तीन महीने का मेडिकल वीजा मिला था, जिसकी अवधि जून 2012 में समाप्त हो गई थी. लेकिन वीजा खत्म होने के बाद भी वह करीब 12 साल तक भारत में अवैध रूप से रहा. इस दौरान एफआरआरओ मुंबई ने उसे लिव इंडिया नोटिस जारी किया और दिसंबर 2024 में मुंबई एयरपोर्ट से डिपोर्ट कर नाइजीरिया भेज दिया.
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इसके बाद उसने अपनी पहचान बदलते हुए पश्चिम अफ्रीकी देश कोटे-डी-आइवर (Côte d’Ivoire) का फर्जी पासपोर्ट और वीजा तैयार कराया. इसी पासपोर्ट के सहारे वह नेपाल होते हुए भारत में घुसने की कोशिश कर रहा था. लेकिन रक्सौल स्थित भारतीय इमिग्रेशन कार्यालय में उसकी चालाकी पकड़ ली गई और अधिकारियों ने उसे हिरासत में ले लिया.
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इमिग्रेशन विभाग के अनुसार, उचे जोसेफ ने फर्जी नाम, जन्मतिथि और पते का इस्तेमाल कर दस्तावेज तैयार किए थे. गिरफ्तारी के बाद उससे कई एजेंसियों ने पूछताछ की. पूछताछ पूरी होने के बाद उसे आगे की कार्रवाई के लिए हरैया थाना पुलिस को सौंप दिया गया.
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पूर्वी चंपारण के एसपी स्वर्ण प्रभात ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि आरोपी पहले भी भारत में अवैध रूप से रहा है और अब फर्जी पासपोर्ट से प्रवेश की कोशिश कर रहा था. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
रिपोर्ट: ब्रजेश झा, मोतिहारी.