मुंगेर: मुंगेर जिले के तारापुर थाना परिसर में आठ युवक-युवतियों को पुलिस ने हिरासत में लिया. आरोप है कि ये लोग खुद को समाचार एजेंसी का संवाददाता बताकर पुलिस पर धौंस दिखा रहे थे. घटना सोमवार को उस समय हुई जब तीज और चोरचंद पर्व को लेकर थाना और शहीद चौक क्षेत्र में भीड़ का दबाव था. दरोगा अनिल कुमार सिंह दुकानदारों को दुकानें और ठेले हटाने की हिदायत दे रहे थे ताकि यातायात बाधित न हो.
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इसी दौरान चार लड़के और चार लड़कियां “कटच्य न्यूज़” लिखा माइक लेकर पहुंच गए और पुलिस पर सवाल उठाने लगे. वे कहने लगे कि दुकानदारों और आम लोगों को अनावश्यक रूप से तंग किया जा रहा है. धीरे-धीरे विवाद बढ़ा और सभी युवक-युवतियां थाना परिसर तक आ गए. वहां उन्होंने बारी-बारी से माइक पकड़कर मीडिया का धौंस दिखाया और पुलिस बल को धमकाने लगे. पुलिसकर्मियों का आरोप है कि उन्होंने कहा कि आप लोगों की वर्दी उतरवा देंगे.
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हंगामे के दौरान गर्भवती सिपाही चंदा कुमारी और सिपाही कौशल कुमार मौके पर पहुंचे और समझाने का प्रयास किया, लेकिन आरोपित और उग्र हो गए. स्थिति हाथापाई और धक्का-मुक्की तक पहुंच गई. मजबूर होकर पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा और सभी को काबू में लेकर थाना परिसर में बैठा दिया गया. जब उनसे पत्रकार होने से संबंधित प्रमाण पत्र और पहचान पत्र मांगा गया तो कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके.
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कई घंटों की पूछताछ के बाद उन्होंने अपना नाम और पता बताया. इनमें आदर्श मिश्रा, रीवा मध्य प्रदेश; अनामिका कुमारी, दरभंगा बिहार; खुशी सिंह, गुड़गांव हरियाणा; राजा बाबू कुमार, सिवान बिहार; रामलखन पांडे, सतना मध्य प्रदेश; विवेक यादव, जौनपुर उत्तर प्रदेश; दिव्या, इटावा उत्तर प्रदेश और अनु प्रसाद, कुशीनगर उत्तर प्रदेश शामिल हैं. पुलिस ने उनके पास से माइक भी जब्त कर लिया और अनु प्रसाद से संबंधित कागज पर जप्ती बनाई. बता दें की उक्त सभी लोग फर्जी पत्रकार बनकर पार्टी विशेष के लिए काम करते है.
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इस मामले में दरोगा अनिल कुमार सिंह के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. आरोप है कि इन युवक-युवतियों ने थाना गेट पर जाम हटाने की कार्रवाई में व्यवधान उत्पन्न किया, थाना परिसर में नाजायज मजमा बनाया, पुलिस बल को धमकाया और सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई. थानाध्यक्ष राजकुमार ने बताया कि सभी से पूछताछ के बाद नोटिस देकर पीआर बांड भरवाकर छोड़ दिया गया है. उनसे यह लिखवाया गया है कि जब भी उन्हें बुलाया जाएगा, वे थाना में उपस्थित होंगे.
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मुंगेर पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद ने बताया कि पूरी घटना की जांच के लिए हवेली खड़गपुर डीएसपी को जिम्मेदारी दी गई है. जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि किस तरह से सोशल मीडिया और यूट्यूब के नाम पर फर्जी पत्रकारिता का दुरुपयोग कर प्रशासन और पुलिस को दबाव में लेने की कोशिश की जा रही है.
रिपोर्ट: मिथुन कुमार, मुंगेर.