पितृपक्ष मेला 2025: अब श्रद्धालुओं को गयाजी आने की मजबूरी नहीं. बिहार पर्यटन विभाग ने शुरू की ई-पिंडदान सुविधा – 23 हजार में घर बैठे कराइए पिंडदान, पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग आपके पास पहुँचेगी.
गयाजी में 6 से 21 सितंबर तक शुरू हो रहा पितृपक्ष मेला इस बार कई मायनों में खास होने वाला है. पितरों के तर्पण और पिंडदान के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु यहां उमड़ते हैं. लेकिन इस बार बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम (BSTDC) ने ऐसी सुविधा शुरू की है, जिससे श्रद्धालु घर बैठे भी पितरों का पिंडदान करा सकेंगे!
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5 टूर पैकेज – 13,450 रुपये से शुरुआत
श्रद्धालुओं के लिए कुल 5 खास पैकेज लॉन्च किए गए हैं. इनमें पटना-पुनपुन-गया, नालंदा-राजगीर, बोधगया और गयाजी दर्शन शामिल हैं.
– एक दिन का पैकेज हो या दो दिन का भ्रमण – विकल्प हर बजट के अनुसार उपलब्ध हैं.
– होटल और रिसॉर्ट की श्रेणी भी दी गई है.
– कीमत 13,450 रुपये से शुरू.
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ई-पिंडदान – विदेश बैठे लोग भी करा सकेंगे श्राद्ध
जो लोग गयाजी नहीं आ सकते, उनके लिए 23,000 रुपये का ई-पिंडदान पैकेज बनाया गया है.
– विष्णुपद मंदिर, अक्षयवट और फल्गु नदी पर पुरोहित परंपरागत विधि से पिंडदान कराएंगे.
– मंत्रोच्चार से लेकर पूजा सामग्री तक की पूरी प्रक्रिया शामिल होगी.
– सबसे खास – पूरी विधि की वीडियो रिकॉर्डिंग श्रद्धालु तक पेन ड्राइव में पहुंचाई जाएगी.
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डिजिटल और परंपरा का संगम
यह पहला मौका है जब श्रद्धालुओं को ऑनलाइन बुकिंग से लेकर घर बैठे पिंडदान तक की सुविधा मिल रही है.
https://bstdc.bihar.gov.in/
वेबसाइट या मोबाइल नंबर 8544418408, 8294307690 पर संपर्क कर पैकेज बुक किया जा सकता है.
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धार्मिक महत्व
हिंदू धर्म में गयाजी को पितरों का मोक्षधाम कहा गया है. मान्यता है कि यहां पिंडदान से पितरों की आत्मा को शांति और तर्पण से मोक्ष मिलता है. इसलिए पितृपक्ष के दौरान यह मेला हर साल आस्था और श्रद्धा का संगम बनता है.
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