किशनगंज: पूर्णिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से ठीक एक दिन पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बिहार में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के चीफ महबूब आलम उर्फ महबूब नदवी को गिरफ्तार किया है. कटिहार जिले के हसनगंज निवासी महबूब आलम को किशनगंज के हलीम चौक से पकड़ा गया. 2022 के फुलवारीशरीफ आपराधिक साजिश मामले में उसे 19वें आरोपी के रूप में चार्जशीट किया गया था.
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NIA की जांच में खुलासा हुआ कि महबूब आलम लंबे समय से राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल था. ओमान और खाड़ी देशों से फंडिंग लेकर वह बिहार समेत कई राज्यों में संगठन को मजबूत करने की कोशिश कर रहा था. जांच एजेंसियों का मानना है कि उसके तार पाकिस्तान और बांग्लादेश तक फैले हो सकते हैं. 2022 में फुलवारीशरीफ मामले के सामने आने के बाद से वह फरार था और हाल ही में किशनगंज के फातिमा गर्ल्स स्कूल में शिक्षक बनकर छिपा हुआ था. बताया जाता है कि वह छात्राओं पर हिजाब पहनने का दबाव भी डालता था.
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गिरफ्तारी के बाद NIA और एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड की टीम उसे दिल्ली ले जाने की तैयारी में है. सूत्रों के अनुसार, उसका संबंध ISIS और बोको हराम जैसे आतंकी संगठनों से भी रहा है. PFI पर आरोप है कि वह युवाओं को मार्शल आर्ट और जिम की आड़ में आतंक की ट्रेनिंग देता था.
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गौरतलब है कि 15 सितंबर को पीएम मोदी पूर्णिया में रैली करने वाले हैं. ऐसे में PFI चीफ की गिरफ्तारी को सुरक्षा एजेंसियां बड़ी कामयाबी मान रही हैं. यह कार्रवाई उन ताकतों पर सख्त संदेश है, जो देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं.

कंटेंट ब्यूरो एडिटर
सहारा समय बिहार.