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Saharsa : जाम से मुक्ति या दुकानों की कुर्बानी? सहरसा में ओवरब्रिज को लेकर बवाल!

सहरसा: शहरवासियों का लंबे समय से अधूरा सपना अब हकीकत बनने के करीब है. ओवरब्रिज निर्माण को लेकर रेलवे और जिला प्रशासन ने सभी अवरोध दूर कर दिए हैं. 15 सितंबर से पहले शिलान्यास की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. लेकिन इसी बीच निर्माण के नक्शे और पुल की चौड़ाई को लेकर विवाद ने नया मोड़ ले लिया है.

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व्यापारियों के एक गुट ने इसका विरोध करते हुए अनिश्चितकालीन बाजार बंद की चेतावनी दी है. बाजार बचाओ संघ का कहना है कि प्रस्तावित 72 फीट चौड़ा पुल बनाने की बजाय 28 फीट चौड़ाई पर्याप्त होगी. संगठन का आरोप है कि नक्शा बंद कमरे में कुछ चुनिंदा लोगों की सहमति से तैयार किया गया है, जबकि आम व्यापारियों की राय तक नहीं ली गई.

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संघ ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि नक्शे में बदलाव नहीं किया गया तो 9 सितंबर से बाजार बंद कर दिया जाएगा. इससे आम लोगों की परेशानी और बढ़ सकती है.

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स्थानीय लोगों का कहना है कि ओवरब्रिज बनना जरूरी है क्योंकि इससे जाम और हादसों की समस्या से छुटकारा मिलेगा. लेकिन व्यापारी संगठन का तर्क है कि जरूरत से ज्यादा चौड़ा पुल बाजार क्षेत्र को प्रभावित करेगा और दर्जनों दुकानें हटानी पड़ेंगी.

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अब देखना होगा कि प्रशासन और व्यापारियों के बीच इस विवाद का समाधान कैसे निकलता है. फिलहाल, सहरसा में ओवरब्रिज निर्माण को लेकर उत्साह और विरोध, दोनों माहौल को गर्म कर रहे हैं.

रिपोर्ट: विकास कुमार, सहरसा.