Advertisement

Jharkhand: दुमका के बारे में Full Information

दुमका : प्रकृति, परंपरा और प्रगति का अद्भुत संगम

दुमका, झारखंड का एक प्रमुख सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और धार्मिक जिला है, जिसे “संताल परगना की राजधानी” कहा जाता है। यह जिला जनजातीय संस्कृति, हरित वनों और धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। दुमका न केवल प्राकृतिक सौंदर्य और विविध संस्कृति का प्रतीक है, बल्कि शिक्षा, कृषि और आधारभूत संरचना में भी निरंतर विकास कर रहा है। यह झारखंड का एक ऐसा जिला है, जहाँ पुरातन परंपरा और आधुनिकता का सुंदर सामंजस्य देखने को मिलता है।
संथाल परगना 1955 ई. में जब जिला बना तो दुमका उसका एक अनुमंडल था और संथाल परगना भागलपुर प्रमंडल का भाग था | आगे चलकर दुमका को एक स्वतंत्र जिला बनाया गया | दुमका जिले में 10 प्रखंड हैं | झारखण्ड राज्य के गठन के समय ही घोषणा की गई थी कि दुमका को राज्य की दूसरी राजधानी के रूप में विकसित किया जाएगा | यह घोषणा अधिसूचित की गई थी |

स्थिति:

स्थान: झारखंड के उत्तर-पूर्वी भाग में
प्रमंडल: संताल परगना प्रमंडल (मुख्यालय — दुमका)
मुख्यालय: दुमका नगर
स्थापना: 1865 (ब्रिटिश काल में संताल परगना जिला के रूप में)
झारखंड राज्य गठन के बाद इसे प्रमंडलीय मुख्यालय का दर्जा प्राप्त हुआ।

सीमाएं:

उत्तर: देवघर
दक्षिण: पाकुड़, साहिबगंज
पूर्व: बिरभूम (पश्चिम बंगाल)
पश्चिम: गिरिडीह, जामताड़ा

भौगोलिक व जनसांख्यिकीय जानकारी:

क्षेत्रफल: 3,761 वर्ग किमी
जनसंख्या (2011): 13,21,442
पुरुष: 6,75,507
महिलाएँ: 6,45,935

जनसंख्या घनत्व: 351 व्यक्ति/वर्ग किमी
लिंगानुपात: 956
साक्षरता दर: 61.15%

पुरुष: 72.96%

महिलाएं: 48.94%

राजनीतिक संरचना:

लोकसभा क्षेत्र: दुमका (ST आरक्षित)
विधानसभा क्षेत्र: कुल 4

  1. दुमका (ST आरक्षित)
  2. शिकारीपाड़ा (ST आरक्षित)
  3. जरमुंडी
  4. रानीश्वर

जातीय अनुपात (अनुमानित):

ST (जनजातीय): ~42-45% (मुख्यतः संथाल समुदाय)
SC (दलित): ~8-10%
OBC: ~25%
अन्य: ~20% (सवर्ण, मुस्लिम, अन्य समुदाय)

प्रमुख भाषाएँ:

संथाली (ओल चिकी लिपि), हिंदी (खोरठा, नागपुरी), बंगला, उर्दू, अंग्रेज़ी

प्रमुख फसलें:

धान
मक्का
अरहर, मसूर
तेलहन (सरसों)
सब्जियाँ
कच्ची जड़ी-बूटियों की खेती (औषधीय पौधे)

प्रमुख नदियाँ:

मयूराक्षी नदी
आजी नदी
बराकर नदी

पर्यटन स्थल व धार्मिक केंद्र:

बासुकीनाथ मंदिर — प्रसिद्ध शिवधाम
मसना मेला — संथाली संस्कृति का प्रसिद्ध आयोजन
मासानजोर डैम — सिंचाई, पर्यटन और प्राकृतिक सौंदर्य
पाकुड़िया हॉट स्प्रिंग्स
दानरो नदी तट
रानीश्वर मंदिर — प्राचीन शिव मंदिर
शिव पहाड़ी — ऐतिहासिक स्थल
शिवगंगा तालाब (बाबा धाम कॉरिडोर से जुड़ा)

औद्योगिक व विकास परियोजनाएँ:

रेलवे विस्तार योजना — दुमका-रामपुरहाट, दुमका-भागलपुर, दुमका-देवघर लाइन
Massanjore Hydel Project
सड़क संपर्क का विकास (NH-114A)
Smart City योजना के तहत नगर आधुनिकीकरण
कृषि आधारित लघु उद्योगों का विकास
आदिवासी हस्तशिल्प और कुटीर उद्योगों को बढ़ावा

शिक्षा:

Sido Kanhu Murmu University (SKMU) — प्रमंडलीय विश्वविद्यालय
St. Xavier’s College, Dumka
Government Polytechnic College
Government Engineering College
Jawahar Navodaya Vidyalaya
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय
DAV Public School
Numerous CBSE/ICSE Schools

संस्कृति और परंपराएँ:

संताली लोकगीत और नृत्य — हो, झूमर, डोमकच
त्योहार: करम, सरहुल, मकर संक्रांति, होली, दुर्गा पूजा, ईद
मसना मेला
संथाली नई फसल उत्सव
पारंपरिक हस्तशिल्प — बांस शिल्प, लकड़ी का काम
ओल चिकी लिपि में संथाली साहित्य

विशेषताएँ:

संताल परगना का सांस्कृतिक और प्रशासनिक केंद्र
संथाली संस्कृति और परंपरा का जीवंत क्षेत्र
संताली साहित्य और शिक्षा में उन्नत
मासांजोर डैम — जल संसाधन व पर्यटन का प्रमुख केंद्र
कृषि, पर्यटन और शिल्प उद्योग में संभावनाशील जिला
झारखंड के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक मानचित्र में महत्वपूर्ण स्थान

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *