सीवान : जिले के भगवानपुर हाट प्रखंड के सागर सुल्तानपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय सरसैया हिंदी में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विवादित घटना सामने आई. 15 अगस्त को तिरंगा फहराने के बाद शिक्षक शमीम ने बच्चों से पहले पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के जयकारे लगवाए. इसके बाद भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री, स्वतंत्रता सेनानी अबुल कलाम आजाद और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए गए.
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इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोगों में गहरा आक्रोश फैल गया. स्थानीय नागरिकों और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने इसे स्वतंत्रता दिवस की गरिमा और राष्ट्रीय भावनाओं का अपमान बताया. लोगों का कहना है कि इस तरह के जयकारे राष्ट्रीय पर्व के महत्व को ठेस पहुँचाने वाले हैं और ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
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वीडियो में यह भी दिखा कि कुछ लोग शिक्षक से सवाल कर रहे थे कि “पहले जिन्ना की जय क्यों लग रही है? वे तो पाकिस्तान के संस्थापक हैं, देश को विभाजित करने वाले.” इस संवाद ने विवाद की गंभीरता और लोगों की नाराजगी को और बढ़ा दिया.
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जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि फिलहाल उन्हें इस घटना की आधिकारिक जानकारी नहीं है, लेकिन यदि शिकायत या सूचना प्राप्त होती है तो दोषियों के खिलाफ जांच और कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शिक्षा विभाग राष्ट्रीय पर्वों पर बच्चों को सही दिशा और देशभक्ति के मूल्यों के प्रति जागरूक करने के लिए सतर्क रहेगा.
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विशेषज्ञों का कहना है कि स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व पर ऐसे विवादास्पद कार्य न केवल बच्चों की मानसिकता पर गलत असर डालते हैं, बल्कि समाज में भी असंतोष और आक्रोश पैदा कर सकते हैं. इस घटना ने सीवान जिले में स्वतंत्रता दिवस समारोह की गरिमा और प्रशासनिक सतर्कता पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं.
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