पटना : बिहार की राजनीति में हलचल मची हुई है.RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव अब जनशक्ति जनता दल से बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे.इस पार्टी को 2024 में उनके करीबी बालेंद्र दास ने लोकसभा चुनाव के लिए बनाया था.अब चुनाव आयोग ने इसे तेजप्रताप के नाम पर पंजीकृत कर मान्यता दे दी है.
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तेजप्रताप यादव ने चुनाव आयोग का दौरा कर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से करीब 30 मिनट चर्चा की और पार्टी के नाम पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी की.पहले उन्होंने 26 जुलाई को महुआ सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था.उन्होंने युवाओं के लिए एक प्लेटफॉर्म बनाने की बात कही और कहा कि उनकी टीम शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य सेवा जैसे मुद्दों पर काम करेगी.
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पारिवारिक विवाद और राजनीतिक संघर्ष भी तेजप्रताप के कदमों को रोचक बनाते हैं.25 मई को लालू यादव ने तेजप्रताप को RJD और परिवार से निष्कासित कर दिया था.तेजप्रताप ने X (पूर्व ट्विटर) पर अपने फैसले और भविष्य की भूमिका के लिए सुप्रीम कोर्ट का हवाला दिया.इसके बाद उन्होंने RJD के आधिकारिक अकाउंट और परिवार के कई सदस्यों को अनफॉलो कर दिया.
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राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि तेजप्रताप यादव की यह नई पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव 2024 में युवा और प्रगतिशील वोटरों को आकर्षित करने का प्रयास है.उनका कदम पार्टी और परिवार से अलग होकर नई राजनीतिक पहचान बनाने की दिशा में उठाया गया एक साहसिक और रणनीतिक कदम माना जा रहा है.
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