Advertisement

GST बचत उत्सव: हेमा मालिनी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी जानकारी

मथुरा: नवरात्रि पर्व की शुभकामनाओं के साथ, सांसद हेमा मालिनी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. उन्होंने देश में शुरू हुए “GST बचत उत्सव” और ‘नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी रिफॉर्म्स’ के बारे में विस्तार से जानकारी दी.

सांसद महोदया ने बताया कि 22 सितंबर से देश में GST बचत उत्सव शुरू हो गया है। उन्होंने विश्वास जताया कि नए GST रिफॉर्म्स से गरीब, मध्यमवर्गीय लोग, नया मिडिल क्लास, युवा, किसान, महिलाएं, दुकानदार, व्यापारी और उद्यमी सभी को राहत और बचत मिलेगी,

वन नेशन-वन टैक्स की यात्रा

हेमा मालिनी ने बताया कि दशकों तक देश की जनता और व्यापारी एंट्री टैक्स, सेल्स टैक्स, एक्साइज, वैट, सर्विस टैक्स जैसे दर्जनों टैक्सों के जाल में उलझे हुए थे. 2014 में भाजपा को अवसर मिलने और नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद सरकार ने GST को प्राथमिकता दी। इससे “One Nation-One Tax” का सपना साकार हुआ.

उन्होंने जीएसटी की सफलता के आंकड़े भी प्रस्तुत किए:

2017 में केवल 66 लाख GST टैक्सपेयर थे, जो अब बढ़कर 1.5 करोड़ हो गए हैं.

GST कलेक्शन आज 2 लाख करोड़ रुपए प्रति माह हो गया है.

नेक्स्ट जनरेशन रिफॉर्म्स: आपके लिए क्या बदला?

सांसद ने बताया कि देश की वर्तमान जरूरतों और भविष्य के सपनों को देखते हुए नए रिफॉर्म्स लागू किए गए हैं. प्रमुख परिवर्तन:

टैक्स स्लैब: अब मुख्य रूप से केवल 5% और 18% टैक्स स्लैब रहेंगे.

सस्ती होंगी चीजें: रोजमर्रा के इस्तेमाल की ज्यादातर चीजें अब बहुत सस्ती हो जाएंगी.

टैक्स-फ्री या 5% टैक्स: खाने-पीने का सामान, दवाइयाँ, साबुन, ब्रश, पेस्ट, स्वास्थ्य और जीवन बीमा जैसी चीजें टैक्स-फ्री या केवल 5% टैक्स पर.

बड़ी राहत: जिन सामानों पर पहले 12% टैक्स लगता था, उनमें से 99% अब 5% टैक्स के दायरे में आए हैं.

ढाई लाख करोड़ की बचत और व्यापारियों का कर्तव्य

हेमा मालिनी ने बताया कि इनकम टैक्स और GST में छूट मिलाकर, पिछले एक साल में देश के लोगों को ढाई लाख करोड़ रुपए से अधिक की बचत हुई. GST दरों में कमी और नियम आसान होने से लघु और कुटीर उद्योगों को विशेष लाभ मिलेगा.

सांसद ने व्यापारियों से अपील की कि प्रधानमंत्री मोदी के वादे को पूरा करने के लिए राहत का हर रुपया उपभोक्ता तक पहुंचे.

‘वोकल फॉर लोकल’ का आह्वान

प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में, सांसद हेमा मालिनी ने प्रधानमंत्री मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को दोहराया. उन्होंने लोगों से कहा कि केवल मेड इन इंडिया सामान खरीदें, जिसमें देश के युवाओं की मेहनत लगी हो। उनका कहना था:
“हर घर को स्वदेशी का प्रतीक बनाना है और हर दुकान को स्वदेशी से सजाना है, तभी आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा होगा और भारत एक विकसित राष्ट्र बनेगा”

इसे भी पढ़े- ग्रेटर नोएडा में CM युवा सम्मेलन, सनातन धर्म महाविद्यालय की नई उपलब्धि