मथुरा: साइबर अपराधियों ने गोसेवा ट्रस्ट के नाम पर बैंक खाता खुलवाकर 21 करोड़ रुपये की ऑनलाइन ठगी कर डाली. ठगों ने मथुरा की भारतीय स्टेट बैंक (कैंट शाखा) में शिव गौरा गोसेवा ट्रस्ट के नाम से खाता खोला और महज 10 दिनों में देशभर से करोड़ों रुपये इस खाते में जमा हो गए, इसके बाद रकम को अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दिया गया.
कैसे हुआ खुलासा
नेशनल साइबर क्राइम रिकॉर्ड पोर्टल (एनसीआरपी) पर बैंक खाते से जुड़ी ठगी की 141 शिकायतें दर्ज हुई थीं. ये शिकायतें आगरा, अलीगढ़, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और देश के कई राज्यों से आई, जांच में पता चला कि खाता 27 अगस्त 2025 को तीन लोगों ने संयुक्त नाम से खोला था. 4 से 6 सितंबर के बीच इस खाते में 21 करोड़ रुपये आए, जिनमें से करीब 20.93 करोड़ रुपये तुरंत अन्य खातों में ट्रांसफर कर लिए गए, खाते में सिर्फ 7 लाख रुपये बचे, जिसे पुलिस ने फ्रीज कर दिया.
गिरफ्तारी और जांच
शनिवार रात 12 बजे के करीब पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर गैंग के दो आरोपियों को बरेली हाईवे कट से गिरफ्तार कर लिया है, साइबर थाना प्रभारी प्रमोद कुमार ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में— गौतम उपाध्याय (लक्ष्मीपुरम कॉलोनी, थाना हाईवे, मथुरा), बलदेव सिंह (नगला बैर, थाना बलदेव; वर्तमान में लक्ष्मीपुरम कॉलोनी निवासी), बलदेव दिव्यांग है और गैंग के साथ ठगी में शामिल था. पूछताछ में आरोपियों ने अपने अन्य साथियों के नाम भी बताए हैं, जिनकी तलाश जारी है.
फर्जी आधार कार्ड भी बरामद
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने दो फर्जी आधार कार्ड और एक मोबाइल फोन बरामद किया, दोनों आधार कार्ड पर आरोपियों की फोटो थी, लेकिन नाम अलग-अलग एक पर शीतल उपाध्याय और दूसरे पर हरदेव सिंह दर्ज था.
पुलिस का बयान
एसपी क्राइम अवनीश मिश्रा ने बताया कि ठगी करने वाले गैंग के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, उनके खिलाफ केस दर्ज कर जांच की जा रही है, बाकी सदस्यों की तलाश भी जारी है.
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