मुजफ्फरनगर जनपद के तितावी थाना क्षेत्र में मंगलवार को एक अलग तरह का विवाद सामने आया. मामला बघरा तांगा स्टैंड से जुड़ा है, जहां ई-रिक्शा चालकों ने गंभीर आरोप लगाया कि उन्हें धर्म के आधार पर भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है. आरोप है कि कुछ दुकानदार हिंदू चालकों को स्टैंड पर अपने रिक्शे खड़े करने से रोकते हैं, जबकि मुस्लिम चालकों को किसी तरह की कोई रोक-टोक नहीं होती.
चालकों का धरना-प्रदर्शन
इस आरोप को लेकर करीब 15 से 20 ई-रिक्शा चालक विरोध जताते हुए बकरा आश्रम (योग साधना आश्रम) के बाहर जमा हो गए और वहां धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया. चालकों ने कहा कि इस तरह का धार्मिक भेदभाव न केवल उनके आजीविका के अधिकार के खिलाफ है, बल्कि समाज में असमानता और तनाव भी पैदा करता है.
प्रदर्शनकारी चालकों का कहना था –
“हमें स्टैंड पर रोक दिया जाता है, जबकि दूसरे समुदाय के लोगों को वहां रिक्शा लगाने से नहीं रोका जाता. यह हमारे साथ अन्याय है और हम इसके खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं”
आश्रम संचालक का बयान
धरना प्रदर्शन की सूचना मिलते ही आश्रम संचालक यशवीर महाराज ने भी इस मुद्दे पर हस्तक्षेप किया। उन्होंने प्रशासन से निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की। यशवीर महाराज ने कहा –
“यदि धर्म के नाम पर किसी की रोज़ी-रोटी में बाधा डाली जा रही है, तो यह बेहद गंभीर और दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रशासन को निष्पक्ष तरीके से जांच करनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसा दोबारा न हो”
पुलिस की कार्रवाई
जैसे ही विवाद की जानकारी मिली, तितावी पुलिस मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारी चालकों को समझाकर शांत कराया. पुलिस अधिकारियों ने दोनों पक्षों की बात सुनी और आश्वासन दिया कि मामले की पूरी निष्पक्षता के साथ जांच की जाएगी.
फिलहाल पुलिस ने दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर लिए हैं और जांच शुरू कर दी गई है. अधिकारियों का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही दोषी पक्ष के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
विवाद से पैदा हुआ तनाव
इस घटना ने इलाके में हलचल बढ़ा दी है. लोगों का मानना है कि आजीविका जैसे मुद्दे पर धार्मिक भेदभाव नहीं होना चाहिए. स्थानीय निवासियों ने भी प्रशासन से अपील की है कि मामले का जल्द समाधान किया जाए, ताकि सामाजिक सौहार्द और आपसी भाईचारा कायम रहे.
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