कुशीनगर: विकास खंड खड्डा के नौतार जंगल गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पात्र गरीब महिलाओं के खाते में धनराशि न जाकर अपात्र महिलाओं के खाते में भेजे जाने का मामला सामने आया है. इस गड़बड़ी में ग्राम पंचायत सचिव उदयभान शर्मा प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए हैं. जिला विकास अधिकारी ने गुरुवार को उन्हें निलंबित कर दिया और प्रकरण की जांच बीडीओ हाटा को सौंपी है.
पात्र महिला का पैसा गया दूसरे खाते में
नौतार जंगल की रहने वाली मुनिया देवी पत्नी ढेबरी का चयन पांच महीने पहले पीएम आवास योजना के तहत हुआ था। सूची में नाम होने के बावजूद उनके खाते में आवास की राशि नहीं पहुंची. मुनिया देवी लगातार बैंक का चक्कर लगाती रहीं. जांच में खुलासा हुआ कि सचिव उदयभान शर्मा की मिलीभगत से उनकी राशि जानबूझकर गांव की ही मुनिया पत्नी गोबरी के खाते में भेज दी गई.
पहले भी हो चुकी है गड़बड़ी
इससे पहले भी वर्ष 2022–23 में इसी तरह की हेराफेरी सामने आ चुकी है. उस समय भी अपात्र खातों में आवास का पैसा डाला गया था.अब नए मामले में सचिव पर गंभीर आरोप साबित होने के बाद कार्रवाई की गई है.
सचिव निलंबित, जांच बीडीओ को सौंपी
जिला विकास अधिकारी अरुण पांडेय ने बताया कि सचिव उदयभान शर्मा से स्पष्टीकरण मांगा गया था. उन्होंने 17 सितंबर को अपना पक्ष रखा, लेकिन जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया, इसके बाद उन्हें उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक नियमावली के तहत निलंबित करते हुए विकासखंड हाटा से सम्बद्ध कर दिया गया है. बीडीओ हाटा को 15 दिन में जांच पूरी कर आरोप पत्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं.
आगे हो सकती है बड़ी कार्रवाई
बीडीओ खड्डा प्रहलाद कुमार ने कहा कि आरोपित सचिव को निलंबित कर दिया गया है. जांच पूरी होने के बाद उनके खिलाफ विभागीय और विधिक कार्रवाई भी की जा सकती है.
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रिपोर्ट- आनन्द सिंह/खड्डा